चिकित्सा क्षेत्र में मध्यप्रदेश की बन रही है नई पहचान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रत्येक जिले में खुलेगा मेडिकल कॉलेज
प्रधानमंत्री श्री मोदी देंगे प्रदेश को अनेक सौगातें
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि चिकित्सा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की नई पहचान बन रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार, 29 अक्टूबर को नीमच, मंदसौर और सिवनी में चिकित्सा महाविद्यालयों का वर्चुअल लोकार्पण कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रदेश के 81 लाख किसानों के खातों में 1624 करोड़ रूपये अंतरित करेंगे और 512 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र वितरण भी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिस गति से प्रदेश के जिलों में चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ किये जा रहे हैं, शीघ्र ही हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आगामी दो वर्ष में लगभग 25 हजार पदों को भरने की कार्य-योजना है। प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 200-250 एकड़ के क्षेत्र में मेडिकल पार्क विकसित होंगे, जिससे विभिन्न सुपर स्पेशलिटी सेवाएं आमजन को एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेंगी। प्रदेश के कुल 346 सामुदायिक केन्द्रों को एफ.आर. यू. में उन्नत करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किए जाने की कार्य योजना तैयार की गई है। प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम एवं बचाव के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। समस्त जनजातीय बहुल जिलों में सिकल सेल एनीमिया की जांच की जा रही है।
गंभीर रोगियों के लिए हवाई सेवा
पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से अत्यंत गंभीर रूप से बीमार और दुर्घटनाग्रस्त लोगों को एयरलिफ्ट कर समय पर उपचार उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने संवेदनशील पहल की है। इस सेवा में प्रयुक्त होने वाले हेलीकाप्टर में स्ट्रेचर और पैरामेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था रखी गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विलय का निर्णय सुशासन और कार्यदक्षता का उदाहरण बना है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक 4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।