घर के मंदिर में न रखें भगवान की ऐसी मूर्ति, छीन लेंगी आपका सुख-चैन
घर का मंदिर एक ऐसा स्थान होता है जहां हम अपनी आस्था और विश्वास को स्थापित करते हैं। लेकिन, वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ मूर्तियां ऐसी होती हैं जिन्हें घर के मंदिर में रखना परिवार के सुख-चैन को छीन सकता है। इन मूर्तियों को मंदिर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में परेशानियां आने लगती हैं। आइए जानते हैं ऐसी 4 मूर्तियों के बारे में जिन्हें घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए?
टूटी-फूटी मूर्तियां
वास्तु शास्त्र में टूटी-फूटी मूर्तियों को बहुत ही अशुभ माना गया है। ऐसी मूर्तियां घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं और घर के सदस्यों के बीच तनाव और विवाद को जन्म देती हैं। यदि मंदिर में किसी मूर्ति का कोई हिस्सा टूट जाए तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए।
लड़ाई करती हुई मूर्तियां
मंदिर में उन मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए जिनमें भगवान या देवी-देवता को क्रोधित मुद्रा में दिखाया गया हो या जो लड़ाई का प्रतीक हों। ऐसी मूर्तियां घर में अशांति और झगड़े को बढ़ावा देती हैं। भगवान की शांत और प्रसन्न मुद्रा वाली मूर्तियां ही सुख-शांति को आकर्षित करती हैं।
बहुत बड़ी मूर्तियां
घर के मंदिर में छोटी और मध्यम आकार की मूर्तियां ही रखना चाहिए। बहुत बड़ी मूर्तियां मंदिर के लिए अनुपयुक्त मानी जाती हैं। इससे पूजा का उद्देश्य बदल जाता है और वास्तु दोष उत्पन्न होते हैं। बड़ी मूर्तियां घर में आर्थिक समस्याओं और तनाव को जन्म दे सकती हैं।
भगवान शिव की नंदी के बिना मूर्ति
यदि आप भगवान शिव की मूर्ति घर के मंदिर में रखते हैं, तो ध्यान रखें कि उनकी मूर्ति के साथ नंदी की मूर्ति भी होनी चाहिए। शिव के बिना नंदी का होना या सिर्फ शिव की मूर्ति का होना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना जाता है। इससे घर में आर्थिक नुकसान और पारिवारिक अशांति हो सकती है।