इंदौर की तर्ज पर अब जिले के ग्रामीण क्षेत्र को भी स्वच्छता में बनाया जाएगा अव्वल
पंचायत जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक में लिया गया संकल्प
इंदौर। इंदौर शहर की तर्ज पर अब जिले के ग्रामीण क्षेत्र को भी स्वच्छता में अव्वल बनाया जाएगा। इस संबंध में आज यहां पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुई पंचायत जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक में संकल्प लिया गया। बैठक में तय किया गया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अभियान चलाकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता संबंधी कार्य किए जाएंगे और जन जागरूकता लाई जाएगी। इस कार्य में पंचायत जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का विशेष सक्रिय सहयोग लिया जाएगा।
इस बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीना सतीश मालवीय, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिद्धार्थ जैन, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री भरत सिंह पटेल सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र के अधिकारी और जिला पंचायत सदस्य, जनपद अध्यक्ष आदि उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि इंदौर जिले में स्वच्छ भारत मिशन का पहला चरण पूरा हो गया है। पहले चरण में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण किया गया है। साथ ही सामुदायिक शौचालय भी बनाए गए हैं। पहले चरण में इंदौर जिला देश में अव्वल रहा था। तय किया गया कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन की पहल पर अभियान के दूसरे चरण का भी प्रभावी क्रियान्वयन जिले में सुनिश्चित किया जाएगा। जिले को इंदौर शहर की तर्ज पर स्वच्छता में अव्वल बनाया जाएगा। बैठक में स्वच्छ भारत अभियान के तहत किया जा रहे हैं कार्यों की जानकारी दी गई। बताया गया कि जिले में स्वच्छ भारत अभियान का दूसरा चरण प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए चारों विकासखंड में मशीनीकृत मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाए गए हैं। जिले में 3 हजार से अधिक आबादी वाले 102 ग्राम पंचायतों में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण के लिए वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस व्यवस्था का विस्तार किया जाए और जिले की सभी पंचायतों में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण के लिए वाहन उपलब्ध कराए जाएं। श्रीमती महाजन ने कहा कि इंदौर शहर स्वच्छता में लगातार सात बार से अव्वल है हमारा प्रयास होना चाहिए कि जिले का ग्रामीण क्षेत्र भी स्वच्छता में अव्वल रहे। इस दिशा में सभी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ग्रामीणों के साथ मिलकर संयुक्त प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग/व्यवसाय आदि बड़ी संख्या में स्थापित हो गए हैं, मैरिज गार्डन, फार्म हाउस आदि बन गए हैं, गांवों का विकास शहर जैसा हो रहा है, इसको दृष्टिगत रखते हुए जरूरी है कि व्यापक कार्य योजना बनाकर स्वच्छता के कार्य व्यापक स्तर पर किये जाएं। इस संबंध में उन्होंने विस्तृत कार्य योजना जल्दी ही बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पंचायत जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में टोलियां बनाकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाएं और कार्य करें।
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इंदौर जिले में स्वच्छता के अभियान को व्यापक स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इसमें हर तरह का सहयोग जनप्रतिनिधियों द्वारा दिया जाएगा। किसी भी तरह की धनराशि की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम जिले को स्वच्छता में जरूर अव्वल बनाएंगे।
सांसद श्री शंकर लालवानी ने कहा कि सबसे पहले इंदौर शहर से लगी ग्राम पंचायतों को पूर्ण स्वच्छ बनाने का कार्य हाथ में लिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कचरा निष्पादन की समुचित व्यवस्था के लिए जल्द ही कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि सांसद निधि से भी संसाधन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिद्धार्थ जैन ने ग्रामीण क्षेत्रों में किये जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने जिले में किये जा रहे नवाचारों के बारे में भी बताया। श्री जैन ने बताया कि जिले में पंचायतों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वनिधि से उन्नति अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 40 पंचायतों को चिन्हित किया गया है। इन पंचायतों में विगत चार माह में दो करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया गया है। साथ ही जिले में अनूठी पहल करते हुए चार पंचायतों को शत प्रतिशत डिजी लॉकर युक्त पंचायत बनाया गया है। जिले में 50 और पंचायतों को शत प्रतिशत डिजी लॉकर युक्त बनाया जाएगा। श्रीमती सुमित्रा महाजन ने इस नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि इसका विस्तार हर पंचायत तक किया जाए। इस कार्य में कॉलेज के विद्यार्थियों का भी सहयोग लिया जाए। श्री सिद्धार्थ जैन ने उद्योग विहीन ग्राम पंचायतों में स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित किये जा रहे हैं आदर्श मोक्ष धाम के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि जिले की 26 ग्राम पंचायतों में आदर्श मोक्ष धाम बनाये जा रहे है। इन मोक्ष धामों में शव दाह शेड, शोक सभागृह, पौधारोपण, पहुंच मार्ग, गेट, बाउण्ड्रीवाल सहित सौंदर्यीकरण के कार्य कराये जा रहे है। यह कार्य इसी माह के अंत तक पूरे हो जायेंगे।