जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने अक्षय तृतीया एवं परशुराम जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके स्वस्थ,सुखी एवं समृ़द्ध जीवन की कामना की है। गौरहा ने कहा कि अक्षय तृतीया का दिन मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
यह दिन दान-पुण्य वाला तथा सुख-समृद्धि को बढ़ाने वाला है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि जिस प्रकार भगवान परशुराम जी ने अन्याय और अत्याचार का अंत किया,उसी प्रकार हमें भी अपने जीवन में छुपी बुराइयों का अंत कर सच्चाई के मार्ग पर चलना चहिए
उन्होंने आगे कहा की भगवान परशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार माना गया है। परशुराम जी शास्त्र एवं शस्त्र दोनों विद्या के महान ज्ञाता और अन्याय का विरोध कर पीड़ितों की सहायता करने वाले भगवान है। भगवान परशुराम के आदर्श युगों-युगों तक मानवजाति की प्रेरणा का केंद्र रहेंगे। अपने तप व पराक्रम से समाज में समता और न्याय की स्थापना करने वाले भगवान परशुराम के आदर्श युगों-युगों तक मानवजाति की प्रेरणा का केंद्र रहेंगे। आज उनका जन्मोत्सव संपूर्ण मानव जाति को उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संदेश देती है।
भगवान परशुराम जी जन्मोत्सव के अवसर पर छत्तीसगढ़ी सरयूपारिय द्विज परिवार सेवा समिति राजकिशोर नगर के द्वारा भगवान परशुराम जी के प्रतिमा अनावरण पर व ब्रह्मण युवा आयाम के द्वारा आयोजित महाआरती व भंडारा के आयोजन में जिला जिला पंचायत सभापति गौरहा ने सम्मिलित होकर विप्र जनों को शुभकामनाएं दी व उनका आशीर्वाद लिया।